मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक पेड़ मां के नाम अभियान 5 जून 2025 को प्रारंभ किया था। वह सफलता की ओर बढ़ रहा है। 9 जुलाई को अभियान सफलता की नई ऊंचाई को प्राप्त करेगा। जब एक ही दिन में 37 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। सीएम योगी ने यह बात प्रदेश के ग्राम प्रधानों, ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्षों से वीडियो कॉन्फ्रेंस संवाद के दौरान कही। कार्यक्रम में करीब 35 हजार जनप्रतिनिधि जुड़े। सीएम ने कहा कि इस अभियान की तैयारी अधिकांश जगह हुई है। यूपी ने पिछले आठ साल में 210 करोड़ वृक्षारोपण किया है, इसमें से अभी तक बचे हुए पेड़ की संख्या 70-75 फीसदी है, इससे वन क्षेत्र भी बढ़ रहा है। पिछले 20 वर्ष में वन क्षेत्र में गिरावट हो रही थी, वन और खनन माफिया हावी था। अब हमारे प्रयास से वन क्षेत्र 9 से बढ़कर 10 फीसदी है। वन क्षेत्र बढ़ाने की स्पीड को इसी तरह बढ़ेगी तो वन आच्छादन को 16 फीसदी तक पहुंचाना होगा। ग्लोबल वार्मिंग की चेतावनी है, इस बार मई जून में जितनी गर्मी पड़नी चाहिए थी वह नहीं पड़ी। देश के कुछ क्षेत्रों में बरसात आई है, भूस्खलन हो रहा है, यूपी में जितनी बारिश होनी चाहिए उतनी नहीं है। यह एक चेतावनी है कि आने वाली पीढ़ी को हम कहां लेकर जाना चाहते हैं। इसको बचाने का एक ही तरीका है एक पेड़ मां के नाम। यूपी में 25 करोड़ की आबादी रहती है, यदि प्रत्येक व्यक्ति दो पेड़ लगाए तो 37 करोड़ का लक्ष्य प्राप्त करना बड़ी बात नहीं है। सीएम योगी ने कहा कि कार्बन उत्सर्जन को 2070 तक जीरो तक पहुंचाने का लक्ष्य पीएम नरेंद्र मोदी ने रखा है। सड़क किनारे वृक्षारोपण, किसान खेत की मेड़ पर पेड़ लगा रहे हैं। हमने नारा दिया था हर खेत पर मेड़, हर मेड़ पर पेड़। जिन किसानों ने पेड़ लगाए थे उन्हें कार्बन बचाने के लिए 32 लाख रुपए की राशि बांटी है। खेत की मेड़ पर पांच साल तक पेड़ आगे बढ़ता दिखाई दिया है। गत वर्ष सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, गोरखपुर मंडल में दिया था। इस बार मिर्जापुर, कानपुर, झांसी, अलीगढ़ सहित सात नए मंडलों में देंगे। इन मंडलों के हजारों किसानों को कार्बन क्रेडिट का लाभ मिलेगा। एक पेड़ हरा भरा होने से किसान को पांच डॉलर मिलेगा। यह उसकी उपलब्धि है कि उसके काम को वैश्विक समुदाय भी स्वीकार कर रहा है। हर जिले को एक नदी के पुनरुद्धार का दायित्व दिया है। नदी का वही महत्व है जो शरीर में धमनियों का है। धरती माता की जीवंतता को बनाने के लिए नदियां काम करती हैं। यदि नदियां बीमार होंगी तो उसका खामियाजा धरती माता ही नहीं मनुष्य भुगतेगा। सीएम ने कहा कि एक दिन में 37 करोड़ के पौधे लगाने के लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। अमृत सरोवर के किनारे भी पेड़ लगाएं इससे वह रमणीक बनेगा। एक्सप्रेसवे, हाईवे, स्टेट हाइवे पर सुरक्षित वातावरण में ट्री गार्ड देकर पौधे लगाएं। सड़क के बीच मिडियन में फूलदार पौधे लगाकर उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसी एनजीओ को दें इससे अच्छा संदेश जाएगा। अभियान से जुड़ने की अपील सीएम ने अपील की 9 जुलाई को सुबह 7 से शाम 7 बजे तक अभियान से जुड़ें, सेल्फी लेकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड करें। पंचायतराज और नगरीय निकाय के लाखों जनप्रतिनिधि इस अभियान को सफल बनाएं। सीएम ने कहा कि 2017 में पांच करोड़ पौधे भी नहीं थे आज 52 करोड़ से अधिक पौधे हैं। आम, जामुन, अर्जन, सहित औषधीय वृक्ष भी हैं। कुपोषित परिवारों को सहजन के पौधे भेंट कर रहे हैं। सहजन औषधि का भंडार है, सहजन के सूप से कुपोषण दूर होता है। जानिए संवाद में किसने क्या कहा? मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के ब्लॉक प्रमुख आकाश पांडेय से संवाद किया। पांडेय ने कहा कि 13700 पेड़ लगाने का लक्ष्य दिया है। सड़क किनारे पेड़ लगाएंगे। बच्चों को पेड़ गोद दिया जाएगा। सीएम ने जिला पंचायत अध्यक्ष सुल्तानपुर से संवाद किया, सीएम ने पूछा कि पौधरोपण अभियान की क्या तैयारी है। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि अमृत सरोवर किनारे और सड़क किनारे पड़े लगाए जाएंगे। जालौन से घनश्याम अनुरागी ने बताया कि ढाई लाख पौधे का लक्ष्य जिला पंचायत को मिला है। इस बार तीन एकड़ में उपवन बनाया जा रहा है। आगरा की महापौर हेमलता दिवाकर ने बताया कि आगरा में एक पेड़ मां के नाम थीम पर नगर निगम को ढाई लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। निगम ने 5600 जगह निर्धारित की है। जनता को साथ में लेकर पौधरोपण करेंगे। गत वर्ष लगाए गए 90 फीसदी पौधे बचे हैं। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में आगरा को तीसरा स्थान मिला है। वाराणसी के महापौर ने बताया कि गत वर्ष 8 हजार पौधे लगाए थे, 1800 पौधे नहीं बचे। अभियान को लेकर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि वृक्षारोपण महाअभियान 9 जुलाई से शुरू होगा। 2017 से 2024 तक 205 करोड़ पौधे लगाए गए हैं। वन विभाग की नर्सरी से इस बार 45 करोड़ पौधे मिलेंगे। इससे पर्यावरण को बल मिलेगा।

एक पेड़ मां के नाम अभियान:सीएम योगी बोले-एक दिन में लगाए जाएंगे 37 करोड़ पौधे, पंचायत प्रतिनिधियों से किया संवाद
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