झांसी में मातमी ढोल संग निकले ताजिया,आग से खेले लोग:मोहर्रम की 9 तारीख को शहर के कई इलाकों में लगी मिसिल, आज निकलेगा मातमी जुलूस 

​झांसी में हजरत इमाम हुसैन की शहादत से एक दिन पहले मोहर्रम की 9 तारीख को शहर में ताजिया निकाले गए। पुराने शहर को छोड़कर सभी इलाकों में देर रात ताजिया मिसिलबद्ध कर ज़ियारत के लिए लाए गए। मिसिल में अखाड़े भी साथ रहे। वहीं, कुरैश नगर और खुशीपुरा में लोगों ने आग से अलाव खेला। बता दें कि आज यानी मोहर्रम की दस तारीख को पुराने शहर में शिया मुसलमान मातमी जुलूस लेकर कर्बला पहुंचेंगे। साथ ही सर्राफा बाजार में ताजिया निकाले जाएंगे। मोहर्रम की 9 तारीख (शनिवार) को झांसी के सीपरी बाजार, एबट मार्केट, सदर बाजार, पुलिया नंबर 9 और नगरा क्षेत्र में देर रात 1 बजे के बाद ताजिया इमाम बाड़ों से उठने लगे। इन सभी ताजिया को एक जगह लाकर मिसिलबद्ध कराया गया। वहीं, ताजियादार अपने-अपने ताजिया के साथ बैंड, डीजे और मातमी ढोल लेकर पहुंचे। इसके बाद ताजिया का जुलूस ज़ियारत के लिए पहले से तय रास्ते पर निकला। यहां सैंकड़ों की तादाद में लोग ताजिया की ज़ियारत के लिए पहुंचे थे। वहीं, ताजिया के जुलूस में खलीफाओं के अखाड़े भी चल रहे थे, जिसमें शामिल युवाओं ने तलवार, लाठी, भाला चेन के औजार से हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए अखाड़ा खेला। यहां दूसरी तरफ कुरैश नगर में युवाओं ने एक गड्ढे में आगरे भरे। इसके बाद कथित सवारी के साथ लोगों ने इमाम हुसैन के नारों के साथ आग में कूद कर अंगारे बाहर फेके। कुरैश नगर के रहने वाले मोहम्मद कलाम कुरैशी ने बताया कि ये दशकों पुरानी परंपरा है, जिसमें अलावा जलाकर सवारियां अंगारों से खेलती हैं। सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम मोहर्रम की 9 तारीख को निकाले गए ताजिया के जुलूस में किसी भी प्रकार की समस्या या विवाद की स्थिति न बने। इसके लिए मिसिल के रास्ते में भारी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया था। सुरक्षा बलों ने आसमाजिक तत्वों की निगरानी के लिए मिसिल क्षेत्र के बाहर भी पुलिस गश्त करती रही। साथ ही ट्रैफिक पुलिस के जवान भी व्यवस्था बनाने के लिए सदर बाजार, सीपरी बाजार, पुलिया नंबर 9 और एबट मार्केट तैनात रहे। इमामबाड़े पर लौट गए ताजिया बता दें कि जिन इलाकों में मोहर्रम की 9 तारीख को ताजिया का जुलूस निकाला गया है, वह ताजिया तड़के 3 से 4 बजे के बीच अपने-अपने इमामबाड़ों को लौट गए। अब यह ताजिया 10 मोहर्रम यानी रविवार को शहर के लक्ष्मीताल स्थित कर्बला में ठंडे करने के लिए ले जाए जाएंगे। इन ताजियों को अब मिसिल में शामिल नहीं किया जाना है। आज शहर कोतवाली इलाके में निकलेंगे ताजिया दस मोहर्रम यानी रविवार को झांसी शहर के कोतवाली इलाके में ताजिया की मिसिल लगाई जाएगी। पुराने शहर के इमामबाड़ों से उठकर ताजिया गन्दीगर के टपरा पर जमा होंगे। यहां से उन्हें ताजिया कमेटी मिसिलबद्ध करेगी। इसके बाद ही ताजिया मातमी ढोल, बैंड और डीजे के साथ सर्राफा बाजार, सिंधी तिराहा, रानी महल पहुंचेंगे। यहां से अधिकांश ताजिया ठंडे करने के लिए कर्बला ले जाए जाएंगे। शहर कोतवाल रानी के ताजिया को उठाएंगे बता दें कि झांसी के राजा गंगाधर राव और रानी लक्ष्मीबाई ने सदियों पहले बाईसा का ताजिया के नाम से रियासत का ताजिया बनवाया था। इसी ताजिया के साथ मिसिल की शुरूआत होती है। रानी के समय से ही बाईसा के ताजिया की जिम्मेवारी शहर कोतवाली के पास रहती है। वही इस ताजिया को इमामबाड़े से उठवाते हैं। इसके बाद दूसरे ताजिया उठाए जाते हैं। 

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