पूरी शान से उठा प्रयागराज में बड़ा ताजिया:आग के भपके ने किया कमाल, अकीदत के लिए उमड़ी जायरीनों की भीड़ 

​प्रयागराज में शनिवार की देर रात मुहोर्रम की नवीं को बड़ा ताजिया, बुड्ढा ताजिया और मासूम अली असगर का झूला पूरी अकीदत और एहतराम के साथ उठाया गया। बड़ा ताजिया उठने से पहले इमाम बाड़े पर रखा गया। जहाँ लाखों लोगों ने ताजिया पर फूल चढ़ाया और मन्नाते मानी, ताजिया पर फूल चढ़ाने के लिए आधी रात तक लोग मैदान में डटे रहे। चाहे पुरुष हो या फिर महिला जायरीन सभी इमाम हुसैन की एक झलक पाने के लिए घंटो भीड़ में मशक्क्त करते रहे, बड़ा ताजिया मुहोर्रम कमेटी के अध्यक्ष रेहांन खान और सचिव इमरान खान लगातार निगरानी करते रहे। डीसीपी सिटी अभिषेक भारती, एडीसीपी अभिजीत कुमार पूरी रात गश्त करते हुए मौके का जायजा लेते रहे। इस दौरान किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो सके, इसके लिए ड्रोन से भी निगरानी होती रही। बहादुरगंज चक रौजे से उठा मासूम अली असगर का झूला
शहर के बहादुरगंज के चक रौजे से मासूम अली असगर का झूला उठाया गया। झूले को सैकड़ों लोगों ने अलग- अलग कन्धा देकर उठाया, झूला बहादुर गंज, बताशा मंडी, लोकनाथ और चौक होता हुआ सब्जी मंडी के इमाम बाड़े पर रखा गया। जहाँ फातेहा के बाद लोगों ने झूले की जियारत की और मासूम अली असगर के झूले के जुलूस में हज़ारों लोग शामिल हुए। इस दौरान लोगों ने हुसैन जिंदाबाद के नारे लगाए। भारी भीड़ को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात दिखा। इमाम बाड़े पर झूला रखने के बाद बड़ा ताजिया उठाया गया, बड़ा ताजिया चौक, शाहगंज, नखास कोहना तक गया। बड़े ताजिये के जुलूस में लाखों लोग शामिल हुए। ताजिया एक जगह पर न रुके इसके लिए पारम्परिक भापके को भी शामिल किया गया था। जिसकी आग की तपिश इतनी अधिक थी कि लोग उससे हटने के लिए आगे बढ़ते रहे। भीड़ को आगे बढ़ाने का यह तरीका सैकड़ो साल पुराना भले ही है, लेकिन आज भी कारगर साबित हुआ। जुलूस में मुस्लिमों के आलावा दूसरे समुदाय के लोग भी चल रहे थे। बड़ा ताजिया उठने तक पुलिस की टीम भी पीछे पीछे चल रही थी। इसी तरह नुरुल्ला रोड से बुड्ढा ताजिया भी अपनी पूरी शानों शौकत से उठ कर नखास कोहना तक गया। बुड्ढा ताजिया के जुलूस में भी लाखों लोग शामिल हुए। इस अवसर पर अलग-अलग इलाकों में लंगरों का आयोजन भी किया गया। 

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