यूपी के 44 जिलों में बारिश का अलर्ट:वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ा, मणिकर्णिका घाट आधा डूबा; कानपुर में देर रात जमकर बरसात 

​यूपी के 44 जिलों में मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें 13 जिलों में भारी बारिश जबकि 31 जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। पिछले 4 दिन में उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 136.2 मिमी हुई है। जो 18% अधिक बारिश दर्ज की गई है। यूपी में मानसून सीजन में नदियां उफान पर हैं। वाराणसी का रत्नेश्वर महादेव मंदिर गंगा में आधा से ज्यादा डूब गया। यह दुनिया का पहला झुका हुआ मंदिर माना जाता है, जो 9 डिग्री पर झुका हुआ है। हरिश्चंद्र घाट भी डूब गया। इसके चलते शवदाह स्थल की जगह बदल दी गई है। इसके अलावा पंडा-पुरोहितों की 300 से ज्यादा चौकियां डूब गईं। काशी में गंगा का जलस्तर 4 दिन में 15 फीट तक बढ़ा है। रात 11 बजे तक गंगा का जलस्तर 62.63 मीटर दर्ज किया गया। खतरे का निशान 71.262 है। वहीं शुक्रवार सुबह सहारनपुर में बरसाती नदी में तेज पानी आ गया। नदी को पार करते समय बाइक सवार युवक बह गया। ग्रामीणों ने किसी तरह उसे बचाया। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 4 दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। 4 तस्वीरें देखिए- अब अगले 4 दिन का मौसम जानिए मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर अतुल सिंह ने बताया कि दक्षिणी पश्चिमी मानसून सक्रिय है, जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश व कहीं भारी बारिश हो रही है। 5 दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। अधिकतम न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा। वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ा, मणिकर्णिका घाट आधा डूबा मोक्षदायिनी काशी में अब मोक्ष मिलना उतना आसान नहीं रह गया है। क्योंकि, गंगा में आई बाढ़ ने महा श्मशान मणिकर्णिका घाट के ज्यादातर शवदाह वाले प्लेटफार्म को डुबो दिया है। दरअसल, वाराणसी में गंगा का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इससे मणिकर्णिका घाट के अधिकांश शवदाह प्लेटफॉर्म डूब गए हैं। अब शवों का अंतिम संस्कार घाट की छत पर करना पड़ रहा है। वहीं, आसपास बने छोटे-छोटे मंदिर भी जलमग्न हो चुके हैं। 

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