वाराणसी की नाइट मार्केट की अवैध दुकानों पर गरजा बुलडोजर:कैंट स्टेशन के सामने 50 दुकानें जमींदोज, आधी रात तक कार्रवाई जारी 

​वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के सामने छोटे दुकानदारों के लिए बनाए गए नाइट मार्केट पर शुक्रवार की रात नगर निगम का बुलडोजर गरजा। एडीएम सिटी ने पुलिस फोर्स के साथ अतिक्रमण और अवैध दुकानों पर कार्रवाई शुरू कराई। आवंटियों को 48 घंटे के अल्टीमेटम के बाद प्रशासन ने सख्ती से दुकानों को हटवाना शुरू किया तो अफरा तफरी मच गई। फ्लाईओवर के नीचे ट्रैफिक रुकवाकर सामान को नगर निगम के वाहनों ने लादना शुरू किया। लोग अपनी दुकानों का सामान लेकर भागने लगे। नोटिस नगर निगम प्रशासन की ओर से नाइट मार्केट को खाली कराने के लिए कहा गया था, टीम ने विरोध के बीच 50 से अधिक अवैध दुकानें हटवाईं। इसके अलावा देर रात तक कार्रवाई चलती रही। बता दें कि बुधवार को जब नगर निगम ने कार्रवाई शुरू की और कुछ गुमटियों को लादा गया तो पटरी ठेला व्यवसायी संगठन के महासचिव अभिषेक निगम ने विरोध विरोध किया था। कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने अधिकारियों से बातचीत कर दुकान हटाने के लिए फेरी पटरी वालों को दो दिन का समय दिलाया। शुक्रवार रात 10 बजे नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के निर्देश पर एडीएम सिटी आलोक वर्मा की अगुवाई में नगर निगम की टीम फोर्स के साथ कैंट स्टेशन के सामने नाइट मार्केट पहुंची। यहां दुकानदारों के विरोध के बीच नगर निगम ने दुकानें हटवाने का काम शुरू कर दिया। करीब पांच घंटे में 50 से अधिक दुकानों को हटवाया गया। रात 1 बजे के बाद भी कार्रवाई जारी रही। इससे पहले अपर नगर आयुक्त संगम लाल, सहायक नगर आयुक्त अनिल यादव और प्रवर्तन दल प्रभारी कर्नल संदीप शर्मा के नेतृत्व में अतिक्रमण विभाग और प्रवर्तन दल के जवानों के साथ अंधरापुल से रोडवेज तक नाइट मार्केट में अवैध 25 दुकानों को खाली कराया गया था। फ्लाईओवर के नीचे बनाया गया था मार्केट नगर निगम ने कैंट स्टेशन के सामने पुल के नीचे नाइट मार्केट को बसाया था, लेकिन इसके संचालन के लिए श्रेया कंपनी के साथ अनुबंध किया गया था। कंपनी की ओर निर्धारित मानकों को पूरा न करने और शर्तों का उल्लंघन करने पर नगर निगम ने अब इसे हटाने का काम शुरू कर दिया है। पिछले एक सप्ताह से यहां के दुकानदार विरोध कर रह हैं। नगर निगम का कहना है कि अब यह मार्केट अवैध हो गया है तो इसे यहां से हटाया जा रहा है। शुक्रवार की देर रात पहुंची टीम ने इसे हटाने की कार्रवाई शुरू की। देर रात तक कार्रवाई जारी रही। नगर निगम के मुताबिक सभी दुकानों को हटाया जाएगा। जो दुकानें बच जाएंगी उन पर शनिवार को कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त ने दर्ज कराई थी FIR वाराणसी में चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे बने नाइट बाजार और बेनिया स्थित पार्किंग के संचालन करने वाली एजेंसी श्रेया इंटरप्राइजेज पर धोखाधड़ी की धाराओं में नगर आयुक्त ने बीते 10 जून को सिगरा थाने में केस दर्ज कराया है। एजेंसी पर बिजली और पार्किंग शुल्क का 02 करोड़ 76 लाख 21 हजार 671 रुपए बकाया नहीं जमा करने का आरोप है। गौरतलब है कि नाइट बाजार के संचालन में गड़बड़ियों के चलते जनवरी 2025 में एजेंसी का लाइसेंस रद कर दिया गया था। बावजूद इसके आज तक फ्लाईओवर के नीचे नाइट बाजार का संचालन हो रहा है। बीते एक अप्रैल को फ्लाईओवर के नीचे कैंट रेलवे स्टेशन के सामने गैस सिलेंडर में आग लगने के कारण एक दर्जन से अधिक दुकानें जलकर राख हो गई थी। जानिए एजेंसी पर क्या है आरोप सिगरा थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार प्रयागराज की फर्म श्रेया इंटरप्राइजेज को स्मार्ट सिटी योजना के तहत बेनिया स्थित भूमिगत पार्किंग और लहरतारा चौकाघाट स्थित नाइट बाजार, अर्बन प्लेस मेकिंग के संचालन, रखरखाव की जिम्मेदारी दी गई थी। एग्रीमेंट की शर्तों का पालन नहीं करने पर राजस्व भुगतान रोकते हुए एग्रीमेंट निरस्त किया गया, जुर्माना भी लगा लेकिन एजेंसी ने अपना बकाया जमा नहीं किया। सिगरा पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस फाइल कर किया है और प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। 

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