झांसी में शनिवार दोपहर को स्टेयरिंग फेल होने से मिनी स्कूल बस नहर में पलट गई। इसमें 32 बच्चे सवार थे। जिनमें से 10 बच्चे और ड्राइवर घायल हो गए। सभी को मोंठ सीएचसी लाया गया। 7 बच्चों की हालत नाजुक होने पर उनको मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। गनीमत रही कि नहर में पानी नहीं था। हादसे के बाद आसपास के लोग दौड़कर पहुंच गए और शीशा तोड़कर बच्चों को तुरंत बाहर निकाल लिया। पेरेंट्स ने कहा- बस खटारा थी। दो दिन पहले ही जबरन चलाई गई। जो चलने लायक नहीं थी। हादसे के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं। सेमरी से लुधयाई जा रही थी
चिरगांव के राष्ट्रकवि मैथलीशरण गुप्त विद्यापीठ विद्यालय की बस शनिवार दोपहर को 32 बच्चों को लेकर गांवों में छोड़ने जा रही थी। ड्राइवर वैदेहीशरण शर्मा ने बताया- सेमरी के बच्चों को छोड़कर लुधयाई, कारकोस गांव के बच्चों को छोड़ने जा रहा था। रास्ते में बस की स्टेयरिंग फेल हो गई। इसके बाद बस अनियंत्रित होकर सूखी नहर में पलट गई। हादसे में लुधयाई निवासी अनुराग यादव (15) पुत्र बलवान यादव, मयंक (16) पुत्र प्रदीप, अनुराग यादव (12) पुत्र रंजीत यादव, लक्ष्य कुशवाहा (9) पुत्र धर्मेंद्र, कृष्णकांत सेन (16) पुत्र बालकिशुन, बृजपाल कुशवाहा (12) पुत्र मूलचरण, देव कुशवाहा (13) पुत्र शिशुपाल, ऋषि यादव (15) पुत्र संदीप, कारकोस निवासी जिगर पांचाल (14) पुत्र जितेंद्र, अनूप पाल (13) पुत्र राजेश पाल और ड्राइवर घायल हो गए। बच्चों को रेफर किया गया है। रोते बिलखते हुए पहुंचे परिजन
बस पलटने की सूचना कारकोर और लुधयाई गांव में पहुंची तो दोनों गांव के लोग दौड़ पड़े। काफी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए और परिजन भी रोते बिलखते हुए अस्पताल आ गए। यहां बच्चों के हाथ-पैर टूटे और सिर फटे देखकर परिजन रोने बिलखने लगे। घटना के बाद एडीएम वरण पांडेय सीएचसी पहुंच गए। वहीं, एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति और सीएमओ डॉ. सुधाकर पांडेय मेडकिल कॉलेज पहुंचे और घायल बच्चों का हालजान जाना। खटारा बस थी, जबरन चलाई
बलवान सिंह यादव ने बताया- मेरा एक ही बेटा है, जो 10वीं में पढ़ता है। सुबह स्कूल गया था। बस से वो घर आ रहा था। तभी बेटी रोते हुए मेरे पास आई और बोली कि बस पलट गई। मैं तुरंत भागा और मौके पर पहुंच गया। वहां बस नहर में पड़ी थी। बेटे को देखा तो नहीं मिला। तब पता चला कि मोंठ सीएचसी ले गए हैं। वहां पहुंचा तो बच्चा घायल पड़ा था। उसका हाथ फ्रैक्चर हो चुका था। नाती के पैर में चोट लगी है। बच्चे को झांसी रेफर कर दिया। ड्राइवर अच्छा आदमी है, वो बच्चों की अच्छे से केयर करता है। उसी ने बताया कि बस खटारा है और दो दिन पहले ही चलाई गई है। बस ले जाने लायक नहीं है, मगर प्रबंधक ने जबरदस्ती बस देकर भेजा है। ये गंभीर मामला है। बच्चे खतरे से बाहर
एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि आज लगभग 12 बजे स्टेयरिंग फेल होने से स्कूल बस पलट गई। इसमें बच्चे घायल हो गए। 7 घायल बच्चों को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। सब बच्चे खतरे से बाहर है, चिंता वाली कोई बात नहीं है। पुलिस के साथ सभी संबंधित विभाग मामले की जांच कर रहे हैं।

झांसी में स्कूल बस नहर में गिरी, 10 बच्चे घायल:स्टेयरिंग फेल होने से हादसा हुआ, पेरेंट्स बोले- खटारा थी बस, जबरन चलाई
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